एक शाम ढली, फिर सुबह नई

Posted on
  • by
  • Shah Nawaz
  • in
  • Labels: , , ,

  • 15 मार्च, अर्थात अंग्रेजी कैलेण्डर के अनुसार आज मेरा जन्मदिवस है, हालाँकि भारतीय कैलेंडर के अनुसार तो मेरा जन्मदिवस 'चैत्र मास' की पहली तिथि अर्थात रंगों की होली के दिन पड़ता है... आज सुबह से मूड बहुत अच्छा है, सब कुछ नया-नया सा है... मैंने अपनी भावनाओं को यूँ ही कुछ शब्दों की माला में पिरो दिया है.


    एक शाम ढली, फिर सुबह नई,
    उम्मीद नई, शुरुआत नई

    वोह चमकीला सा ख्वाब नया
    जज़्बात नए, हर आस नई

    हर आंसू गिर कर सूख गया,
    अब खुशियों की हो बात नई

    यूँ मद्धम-मद्धम चलती सी
    यह खुशियों की बारात नई

    फिर जीवन खुलकर झूम उठा,
    लम्हा-लम्हा सौगात नई

    अब रब की पनाह में है 'साहिल'
    हर मौज नई, सादात* नई


    - शाहनवाज़ सिद्दीकी 'साहिल'



    *सादात = बुज़ुर्गी


    28 comments:

    1. May this year bring with it all the success and fulfillment your heart desires.

      jai baba banaras...

      ReplyDelete
      Replies
      1. बहुत-बहुत धन्यवाद कौशल भाई....

        Delete
    2. जन्मदिन की बधाई ...सुंदर प्रस्तुति

      ReplyDelete
      Replies
      1. बहुत-बहुत धन्यवाद संगीता स्वरुप जी

        Delete
    3. ईश्वर आपको ढेर सारी खुशियाँ दे ...जन्मदिन मुबारक हो ...

      ReplyDelete
      Replies
      1. बहुत-बहुत धन्यवाद अनुपमा जी!

        Delete
    4. जन्मदिन मुबारक हो शाहनवाज भाई !

      ReplyDelete
    5. आपको जन्मदिन की ढेरों बधाईयाँ।

      ReplyDelete
      Replies
      1. शुक्रिया प्रवीण जी...

        Delete
    6. Janamdin par apne man ke bhavon ko bahut achhe se piroya hai aapne...
      Janmdin ki bahut bahut hardik shubhkamnayen..

      ReplyDelete
      Replies
      1. बहुत-बहुत शुक्रिया कविता जी!!! बस लिखने की कोशिश भर की है...

        Delete
    7. Replies
      1. बहुत-बहुत शुक्रिया शिवम भाई!!!!!

        Delete
    8. many happy returns of the day... happy birthday to shahnawaz jee!!

      ReplyDelete
    9. ग़ज़ल के शे’र पसंद आए।

      ReplyDelete
    10. .
      .
      .
      जन्मदिन की अशेष शुभकामनायें!



      ...

      ReplyDelete
    11. जीवन यू ही खुलकर झूमता गाता रहे ...
      जन्मदिन की बहुत शुभकामनायें !

      ReplyDelete
    12. @ प्रवीण जी और वाणी जी

      शुभकामनाओं के लिए आप दोनों का बहुत-बहुत धन्यवाद!!!

      ReplyDelete
    13. जन्‍मदिन की शुभकामनाएं।

      ReplyDelete
    14. Belated happy birthday and poem is beautiful beyond words...:)

      ReplyDelete
    15. wah hoहोली पर जन्मदिन का होना किता सुखदाई है..खेर देर से ही सही ..आपको जम्दीन की मुबारक...१ महीने तह ऑनलाइन से लगभग दूर था...

      ReplyDelete
    16. सुंदर पंक्तियाँ ..... हार्दिक शुभकामनायें

      ReplyDelete
    17. सुंदर पंक्तियाँ ..... हार्दिक शुभकामनायें

      ReplyDelete
    18. शुक्रिया सुज्ञ भाई, अभी देखा आपका कमेन्ट....

      ReplyDelete
    19. Enter your comment...'उर्दू लिखना पढ़ना
      सीखिये' पुस्तक किसी भी
      किसी भी लिंक से
      डाउनलोड नहीं हो पा
      रही ह

      ReplyDelete

     
    Copyright (c) 2010. प्रेमरस All Rights Reserved.